आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और तनाव के कारण 30 से 35 वर्ष की युवा आयु में ही कई लोगो में बुढ़ापे के लक्षण नजर आना शुरू हो जाते हैं। वही आज आपके आस-पास कुछ ऐसे भी व्यक्ति होंगे जो 50 से 60 वर्ष के होने के बाद भी अपने जवान त्वचा के कारण कम आयु के दीखते हैं। ऐसा होने का प्रमुख कारण है हमारा आहार ! हम अपने आहार में जो चीजे लेते है उनका ही असर हमारे व्यक्तिमत्व पर पड़ता हैं।
माना जाता है, ताजा फलों और हरी सब्जियों के रस में प्रचुर मात्रा में विटामिन खनिज एंजाइम और प्राकृतिक शर्करा होती है। इनके सेवन से हमारे शरीर की विविध प्रक्रियाएं सुचारु रुप से कार्य करती है। साथ ही हमारी त्वचा भी हमेशा जवां बनी रहती है।
अगर आप चाहते हैं कि आपको बुढ़ापा जल्दी ना आएं और आप की स्कीन लंबे समय तक जवां बनी रहे तो ऐसे कुछ फल है, जिनका अधिक से अधिक सेवन अपने आहार में करें। ऐसे विशेष फलों की जानकारी निचे दी गयी हैं :
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माना जाता है, ताजा फलों और हरी सब्जियों के रस में प्रचुर मात्रा में विटामिन खनिज एंजाइम और प्राकृतिक शर्करा होती है। इनके सेवन से हमारे शरीर की विविध प्रक्रियाएं सुचारु रुप से कार्य करती है। साथ ही हमारी त्वचा भी हमेशा जवां बनी रहती है।
अगर आप चाहते हैं कि आपको बुढ़ापा जल्दी ना आएं और आप की स्कीन लंबे समय तक जवां बनी रहे तो ऐसे कुछ फल है, जिनका अधिक से अधिक सेवन अपने आहार में करें। ऐसे विशेष फलों की जानकारी निचे दी गयी हैं :
हमेशा जवान रहने के लिए कौन से फल खाने चाहिए ?
Best Healthy fruits for beautiful young skin in Hindi
अपनी त्वचा और शरीर को जवान और निरोगी रखने के लिए आप अपने आहार में निचे दिए हुए फलों का समावेश कर सकते हैं।- स्ट्रॉबेरी / Strawberry
- आकर्षक कलर, दिल से मिलता हुआ आकार, खट्टा मीठा स्वादयुक्त नाजुक फल स्ट्राबेरी सबका ध्यान अपनी ओर खींचता है।
- स्ट्रॉबेरी में कैल्शियम, लोह, फॉस्फोरस, पोटैशियम, विटामिन सी और फाइबर पाए जाते हैं,
- यह सोडियम, कोलेस्टेरोल और फैट रहित होता है।
- इसमें लायकोपिन और ऐंटि-ऑक्सिडेंट बहुत मात्रा में पाए जाते हैं जिससे त्वचा पर जल्दी झुर्रियां और बारीक रेखाएं नहीं पड़ती है।
- केवल यह फल ऐसा है जिसमे त्वचा के लिए उपयुक्त सैलिसिलिक एसिड होता है।
- स्ट्रॉबेरी को दूध में पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से रंग निखरता है, डेड स्किन साफ होती है और चेहरे पर ग्लो आता है।
- नैसर्गिक शर्करा अधिक मात्रा में होने के कारण जिन्हें मधुमेह है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए। स्ट्राबेरी कैंसर के सेल्स का नाश करने में मद्त करता है।
- स्ट्रॉबेरी उसका रस गाढ़ा होता है इसलिए कोशिश करें कि इसे ऐसे ही या काट कर खाएं। स्ट्राबेरी को कस्टर्ड, पुडिंग और क्रीम के साथ विविध व्यंजनों के साथ परोसा जा सकता है।
- पपीता / Papaya
- पपीते में विटामिन ए, बी, और सी प्रचुर मात्रा में तथा विटामिन डी अल्प मात्रा में पाए जाते हैं।
- इसे रोजाना खाने से शरीर में विटामिंस की कमी नहीं रहती है और स्किन भी जवां बनी रहती है।
- इसमें पेप्सिन नामक तत्व पाया जाता है जिसे पाचक रस कहते है।
- पपीते का रस प्रोटींस को आसानी से पचा देता है।
- इसलिए पपीता पेट एवं आंत संबंधी विकारों में बहुत ही लाभदायक है।
- फाइबर से भरपूर पपीता कोलेस्ट्रोल कम करने में और वजन घटाने में मदद करता है।
- विटामिन सी और ऐंटि-ऑक्सिडेंट से युक्त पपीता रोगप्रतिकार क्षमता बढ़ाता है जिससे बीमारियां कम होती है। आंखों की दृष्टि बनाए रखता है।
- मधुमेह के मरीज के लिए पपीता काफी अच्छा माना जाता है साथ ही तनाव कम करने में सहायता करता है।
- अमरुद / Guava
- विटामिन सी से भरपूर अमरुद में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन तथा विटामिन बी पाए जाते हैं। सौ ग्राम अमरूद में लगभग 300 मिलीग्राम विटामिन सी होता है। अमृत के छिलके में विटामिन सी सर्वाधिक पाया जाता है।
- जैसे-जैसे अमृत पकता है उसके साथ विटामिन C की मात्रा बढ़ने लगती है। पूर्ण पक्व होने पर विटामिन सी की मात्रा सर्वाधिक होती है। यह मृत कोशिकाओं को हटाकर त्वचा का रंग सुधारता है। इसके सेवन से स्किन यंग बनी रहती है।
- विटामिन और खनिज से भरपूर यह फल प्रतिकार क्षमता बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। साथ ही कब्ज में भी राहत देता है। रक्त शर्करा को कम कर मधुमेह को नियंत्रित रखता है।
- कीवी / Kiwi
- कीवी में विटामिन C, E और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है।
- स्वाद से भरपूर यह फल कोशिकाओ को लंबे समय तक ठीक रहता है और शरीर को जवां रखने में मदद करता है।
- कोलेजन प्रोटीन जो त्वचा को लचीला रखने में मदद करता है और त्वचा को झुर्रियों से बचाता है, वह भी कीवी में पाया जाता है।
- इसमें मौजूद विटामिन c आयरन के अब्सॉर्बशन में मदद करता है। साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने से रक्त में ग्लूकोज को नहीं बढ़ने देता है।
- संतरा / Oranges
- संतरा न केवल शरीर में ताजगी लाता है बल्कि अनेक रोगों में भी लाभदायक होता है।
- इसमें ग्लूकोस व डेक्सटोल जैसे तत्व होते हैं जो जीवनदायिनी शक्ति से परिपूर्ण होते हैं साथ में विटामिन सी से भरपूर संतरा रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ाता है।
- त्वचा का रंग निखारने व त्वचा में खूबसूरती लाने के लिए संतरे का प्रयोग काफी अच्छा माना जाता है।
- पौष्टिकता से भरपूर संतरा कोलेस्ट्रोल और दिल की धड़कन को नियंत्रित करता हैं।
- अंगूर / Grapes
- अंगूर को बलवर्धक, स्वास्थ्य वर्धक और सौंदर्यवर्धक फल कहा जाता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, फाइबर, विटामिन सी, विटामिन इ, ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड होता है।
- ग्लूकोज और शर्करा से युक्त होने के कारण शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
- विटामिन ए से युक्त अंगूर पाचन शक्ति सुधारता है। अंगूर में विटामिन ए आँख, बाल एवं त्वचा को चमकदार बनाता है।
- एनीमिया के लिए यह एक अच्छी दवाई है।
- हृदय रोगियों के लिए अंगूर का रस काफी लाभकारी हो सकता है। अंगूर ह्रदय को स्वस्थ रखता है। साथ ही दिल की धड़कन, दिल के दर्द में भी लाभकारी पाया गया है।
- काले अंगूर में फ्लेवोनॉइड्स का प्रमाण अधिक होता है जिसकी वजह से खून को जमने से रोकते है और हार्ट अटैक से बचाने में सहायता करते हैं।
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