अक्सर हम स्वस्थ रहने के लिए फलों एवम सब्जियों से होने वाले फायदों के बारे में बात करते है। लेकिन बहोत से फल ऐसे होते है जिनमे पाये जाने वाले बीज भी हमारे लिए उपयोगी साबित होते है। कहते है की, "आम के आम, गुठलियों के दाम !"
आईये, जानते है कुछ ऐसे ही स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बीजों के फायदों के बारें में :
इमली
- ये बीज शक्तिवर्धक होते है। ये
- महिलाओं को होनेवाली श्वेतप्रदर व माहवारी में अत्यधिक रक्तस्त्राव में लाभकारी है।
- बीज को पीसकर उसका पावडर बना ले व 3 से 5 gm की मात्रा में सुबह शाम पानी के साथ ले। कब्ज होने पर इस्तेमाल न करे।
- रक्तातिसार की शिकायत दूर करने के लिए बीजों को अच्छे से पीसकर चूर्ण बना ले। 1 ग्लास लस्सी के साथ 1 चम्मच फांक ले। रक्तातिसार में लाभ होगा।
- गले में टॉन्सिल्स हो और साथ में बहोत खांसी हो तो बीजों को पानी में घिसकर लेप बनाये। आराम मिलेगा।
आम
- आम की गुठली भी अपने आप में ढ़ेरो गुन समेटे हुए है। इसीलिए लोकजीवन में "आम के आम गुठलियों के दाम" ये कहावत कहीं जाती है।
- बीजों को सुखाकर उसका पाउडर बना ले। 1 से डेढ़ चम्मच सुबह शाम पानी के साथ ले। लेकिन जिन्हें कब्ज की शिकायत हो वे परहेज करे।
- इसकी गुठली के अंदर पाये जाने वाले बीज से पेट सम्बंधी बीमारियां दूर होती है। इसके अलावा यह दस्त, बवासीर व मासिक धर्म के दौरान होनेवाले रक्तस्त्राव को रोकता है।
- बच्चों को यदि बालतोड़ फोड़ा हो जाए तो आम की सुखी गुठली का लेप दिन में 3 बार हल्के हाथों से मले फोड़ा चंद दिनों में ही ठीक हो जाएगा।
- अक्सर बच्चों के पेट में कीड़े पड़ जाते है ऐसी स्तिथि में नमक में भुनी गुठली का चूर्ण तैयार करे, यह चूर्ण बच्चे को गुनगुने पानी के साथ पिलाये इससे कीड़े पड़ना बन्द हो जाएंगे।
- शरीर में जले हुए स्थान पर आम की सुखी गुठली पीसकर मलने से काफी शीतलता मिलती है।
- दांतों की मजबूती के लिए इसकी सुखी गुठली का पाउडर बनाकर तैयार करे , सुबह शाम इस पाउडर से मन्जन करने से दांत तो मजबूत होंगे ही, खून रिसना भी बन्द हो जाएगा। मुख की दुर्गन्ध भी गायब हो जायेगी।
- आम की सुखी गुठली के 5 gm पाउडर में 20 gm पानी मिलाकर घोल तैयार करे। इस घोल को रात्रि में किसी लोहे के पात्र में रखे। सुबह इसे बालों पर मलने से बालों की सफेदी दूर होती है साथ ही वे मुलायम और चमकीले होते है।
- सिर की जुए नष्ट करने के लिए आम के वृक्ष की सुखी छाल व आम की सुखी गुठली पीसकर बारीक पाउडर तैयार करे। इस पाउडर में निम्बू रस डालकर सिर में मले, जुएँ पड़ना बन्द हो जाएगी।
- आम की गुठली का तेल मुहांसे और झांईं पर मलने से तमाम दाग दूर हो जाते है। इसके तेल के नियमित मालिश से चेहरा कांतिमय बनता है।
कटहल
- ये बीज पौष्टिक होते हैं और वजन बढ़ाने में सहायक होते है। 5-6 बीज को रात को पानी में भीगोकर सुबह खाली पेट चबाकर खाये। इसके साथ दूध भी ले सकते।
- कटहल के बीजों में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर, विटामिन A, C, B, कैल्शियम, जिंक, फॉस्फोरस होते है। कैंसर जैसी घातक बिमारी में कटहल के बीज का सेवन लाभदायक होता है।
- कटहल के बीज का पाउडर सेवन करने से बाल और स्किन अच्छी रहती है।
- जिन्हें भूक कम लगती हो या अपच की शिकायत हो वे इनका प्रयोग न करे क्योंकि ये पचने में भारी होते है।
तरबूज
- ये बीज शक्तिवर्धक, ठंडे और पौष्टिक होते है।
- कमजोर लोग और गर्भवती महिलाएं जिनका वजन कम हो उनके लिए ये लाभकारी है।
- तरबूज के बीज को चबाकर खाये या इनका तेल इस्तेमाल कर सकते है।
- आयरन, कैल्शियम, विटामिन्स से भरपूर कटहल के बीज स्किन व बालों के लिए काफी अच्छे होते है।
- इसमें मौजूद मैग्नीशियम हार्ट और मेटाबोलिक सिस्टम में अच्छा कार्य करता है।
खरबूजा
- यह प्रोटीन का उम्दा स्त्रोत है । इसमें सोया के बराबर करीब 3.6 प्रतिशत प्रोटीन होता है।
- पेशाब सम्बन्धी परेशानी में ये बीज फायदा करते है। जिन लोगों को पेशाब कम आने या पेशाब में जलन की शिकायत है, इनका सेवन करने से लाभ मिलता है। यही नही किडनी के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होते है खरबूजे के बीज।
- इसे छीलकर 2-2 चम्मच पानी, दूध के साथ या ऐसे ही ले सकते गए। इसका इस्तेमाल मिठाई या नमकीन में मेवे के रूप में भी किया जाता है।
- ठंडाई जो बहोत ही स्वादिष्ट, ताजगी दायक और ऊर्जा प्रदान करने वाली होती है साथ ही लू और नकसीर से राहत देती है उसमे खरबूजे के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है।
- जिन्हें बार बार पेशाब आने की समस्या हो वे इनका सेवन न करे।
सीताफल
- सीताफल के बीज vit c की अधिकता होती है जो की immune system मजबूत करता है। जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
- शोध के अनुसार ये प्राकृतिक अल्टो ऑक्सीडेंट होते है।
- कैन्सर व डायबिटीज जैसी बीमारियों पर नियंत्रण करते है।
- खून की कमी याने Anemia में सीताफल के बीज लाभकारी है।
- बीज मे मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी संतुलित रखता है। साथ ही बीज में सोडियम और पोटैशियम भी संतुलित मात्रा में रहते है।
कद्दू
- कद्दू और कद्दू के बीजों को गुणों की खान कहा जाए तो अतिशयोक्ति नही होगी। ये विटामिन C, E, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, प्रोटीन एवम फाइबर के अच्छे स्त्रोत होते है।
- यह बीज बलवर्धक, रक्तशुद्धिकर, वात- पित्तनाशक होते है।
- मस्तिष्क के लिए और इम्युनिटी के लिए बेहतर होते है।
- कद्दू बीज से भरा पाँव कप दिन भर की Mg की आवश्यकता को पूर्ण करता है जो की ह्रदय की स्वस्थता और सक्रियता में लाभकारी है। साथ ही BP को भी नियंत्रित करता है।
- कद्दुबीज में मौजूद zinc इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है जिससे सर्दी, खासी आदि से सुरक्षा मिलती है। बीज में मौजूद Zinc प्रोस्टेट ग्रन्थि के लिए बेहतर है।
- सोने के पहले कुछ बीज लेना तनाव कम करता है। डिप्रेशन दूर होता है। नींद अच्छी आती है।
अनार
- अनार के बीज बहोत फायदेमंद होते है, खासकर अनैमिया की चिकित्सा में। अनार से रक्त बनता है।
- भरपूर मात्रा में फाइबर होने से वजन कम करने में सहायता मिलती है।
- विटामिन K व C का अच्छा स्त्रोत होने से एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल होते है।
- इनमे कैंसर और ट्यूमर से लड़ने की कुदरती शक्ति होती है।
- शायद इसीलिए पुराने जमाने में कहावत है - 1 अनार 100 उपचार !
- इसीलिए रोजाना 1 अनार जरूर खाये।
इस तरह केवल फल या सब्जी नहीं तो इनके बिज भी हमारे शरीर के लिए बेहद उपयोगी हैं। अब आगे से अगर कोई आपको ऐसे बहुगुणी बीजों को फेंकते हुए मिले तो उन्हें इन उपयोगी गुणों की जानकारी अवश्य दे और इन्हे अपने आहार में शामिल करने की सलाह अवश्य दे।
अगर यह जानकारी आपको उपयोगी लगती है तो कृपया इसे शेयर अवश्य करे।
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