ग्लोबल वार्मिंग के चलते हरवर्ष गर्मी के दिनों में तापमान में बढ़ोतरी हो रही हैं। एक तरफ गर्मी की मार और दूसरी तरफ ज्यादातर जगह पानी की कमी के चलते लोगों का जीवन जीना दुर्भर हो गया हैं। ऐसे भीषण गर्मी में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना बेहद जरुरी हैं। तेज धुप और गर्म हवा के चलते भारत में हर वर्ष गर्मी के दिनों में कई लोगों की मृत्यु भी हो जाती हैं।
गर्मी का मौसम याने वातावरण में उष्णता , तीक्ष्णता ,रुक्षता की अधिकता रहती है। बाहर का तापमान अधिक रहने से हमारे शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है। शारीरिक बल भी कम रहता है। ऐसे में आहार-विहार का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
गर्मी के दिनों में अपने स्वास्थ्य का कैसे ख्याल रखना चाहिए इसकी विशेष जानकारी निचे दी गयी हैं :
आहार / Diet
- गर्मी के मौसम में मसालेदार, तला भुना खाने से हमेशा परहेज करे। इस प्रकार के भोजन को पचाने में मुश्किल होती है। इससे बार बार प्यास लगती हैं। पसीना भी ज्यादा आता है और आलस भी अधिक रहता है। आहार खासतौर पर ऐसा हो जो शरीर को ठंडा करे।
- भोजन में सलाद, हरी सब्जियां, लौकी, करेला, भिन्डी, तोरु, चौलाई आदि तथा अंकुरित भोजन एवम् हल्के फुल्के भोज्य पदार्थों को शामिल करे।
- इन दिनों दही, छाछ, पुदीना, प्याज को खानपान में अधिक शामिल करे।
- छाछ में लैक्टिक एसिड के साथ कैल्शियम, पोटेशियम, ज़िंक होता है। छाछ शरीर को ताज़गी और चुस्ती देती है, साथ ही आहार पाचन भी अच्छे से होता है।
- मौसमी फल आम, तरबूज़, मौसमी, संतरा, नींबू ,ककड़ी ,टमाटर,कटहल, कीवी आदि का प्रयोग हितकारी है।
- आम विटामिन C और आयरन से युक्त होता है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह काफी अच्छा होता है।
- तरबूज पानी की कमी को दूर करता है। इसमें सोडियम, पोटेशियम और विटामिन B काम्प्लेक्स होता है।
- खीरा या ककडी oily skin के लिए अच्छा होता है साथ ही गैस, एसिडिटी, और सीने में जलन से भी राहत देता है।
- कटहल BP कम करने मे मदत करता है।
- कीवी में विटामिन बी1, बी2, बी3, विटामिन C होते है जो की Heart, Brain, kidney और Bones के लिए अच्छा कार्य करते है।
- यह ध्यान रखे की खाने में भुख से कम आहार ले और पेय तथा फलों की मात्रा को बढ़ाए।
तरल पदार्थ / Fluids
- दिन में 2-3 बार जलजीरा, निम्बू की शिकंजि, गन्ने का जूस, कैरी का पना या नारीयल पानी आदि देसी और नैचरल ड्रिंक्स लेने से लू नही लगती और गर्मी भी नही सताती। साथ ही ये देसी ड्रिंक्स विटामिन्स, मिनरल्स आदि से युक्त होते है जो सेहत के लिए काफी अच्छे होते है।
- नारियल पानी भी पोटैशियम का अच्छा स्त्रोत है।
- बाहरी कोल्ड्रिंक जैसे कोकाकोला, पेप्सी आदि से बचे। यह केमिकल युक्त होते है साथ ही इनमे शुगर अधिक मात्रा में रहती है। ये सेहत के लिए सर्वथा हानिकारक होते है।
- चाय कॉफी का सेवन कम से कम करे इससे dehydration हो सकता है।
- कच्ची सौंफ और मिश्री को पीसकर रातमे 1 चम्मच 1 कटोरी पानी में भीगोकर रखे। सुबह छानकर इस पानी को पी ले। सौंफ चबाकर खा ले। दिनभर शरीर में ठंडक बनी रहेगी।
- पेट की सफाई का विशेष ध्यान रखे। रात में सोते वक्त 1 से 2 चम्मच इसबगोल 1 कप दूध या पानी में घोलकर पी ले। इससे आंतो की गर्मी दूर हो जाएगी और पेट भी साफ़ रहेगा।
- गर्मी में यदि चक्कर आते हो व जी घबराता हो तो आंवले का शरबत पीना लाभप्रद है।
- पाइनेपल का जूस पीने से ताजगी मिलती है, प्यास बुझती है ,पेट की गर्मी शांत होती है और इसे पीने से पेशाब खुलकर होती है।
- अनार और अंगूर का एक एक दाना धीरे धीरे खाने से लू में आराम मिलता है।
- अंगूर का रस, फालसे का शरबत, गन्ने का जूस आदि भी गर्मी से राहत देते है।
अन्य उपाय / Other
- इन दिनों कभी कभार कॉर्न भी डाइट में ले ले। कॉर्न में विटामिन c, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस ,लोह आदि तत्व होते है साथ ही फाइबर युक्त होने से पाचन के लिए भी अच्छा रहता है।
- गुलकंद एवम् सौंफ मुँह में रखकर चबाने से तृष्णा शांत होती है। आप चाहे तो हररोज सुबह शाम 1-1 चम्मच गुलकंद ऐसे ही या दूध में डालकर खाए, ठंडक देगा।
- Processed और डिब्बाबंद खाने से बचे। बासी खाने से परहेज करे। गर्मी अधिक होने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते है जिससे फ़ूड पोइजोनिंग, डायरिया, उलटी आदि होने का खतरा बढ़ जाता है अतः ऐसे खाने से परहेज करे।
- फ्रीज में ठंडा किया हुआ आम खाने से गर्मी व् जलन दूर होती है।
- आलूबुखारे का रस पीने से पसीना बार बार नही आता। ठंडक बनी रहती है।
- अंगूर में Lycopene तथा glucose की मात्रा अधिक रहती है। दिन में 2 बार अंगूर का रस पीने से पाचन शक्ति ठीक रहती है व पेट में गैस नही बनती।
- सुबह में आंवले का मुरब्बा खाने से आँखों में जलन नही होती।
- बार बार उल्टी हो रही हो तो संतरा या निम्बू जूस पिए।
- सुबह का खाना 12 बजे से पहले और रात का 8 बजे के पहले खाये। खाने के बाद थोड़ी देर टहले।
- इस मौसम में पर्याप्त मात्रा में पानी पिए। दिन भर में 10 से 12 ग्लास पानी जरूर पिए। जहा तक सम्भव हो फ्रीज के पानी से बचे। ये गले को ठंडक देता है पर पेट में गर्मी करता है। मिट्टी के घड़े का पानी अमृत समान होता है।
- गर्मी में धुप में या घर के बाहर अधिक समय ना रहे। सनबर्न, चक्कर आना , dehydration आदि हो सकता है। बाहर जाना पड़ा तब भी अपने आप को स्कार्फ़ से कवर करके गॉगल पहन के जाए।
- बाहर से आने पर तुरन्त ठंडा पानी न पिए। कुछ देर बाद पिए।
- आजकल AC का चलन बढ़ा है, ऐसे में AC में से धुप में जाना हो तो AC कुछ देर पहले बन्द कर दे।
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अत्यंत महत्वपूर्ण एवं उपयोगी जानकारी ।
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