भारतीय आहार अचार के बिना पूर्ण नहीं हो सकता। अचार एक ऐसा व्यंजन है जो बनता तो एकबार है पर चलता सालभर है। इसलिए यह सालभर सुरक्षित रहे यह हर कुशल गृहिणी की जिम्मेदारी है। आज हम सालभर अचार को सुरक्षित कैसे रखे इसपर गौर करेंगे।
अचार को सालभर स्वादिष्ठ और सुरक्षित रखने के लिए निचे दिए हुए बातों का ख्याल रखे :
- जिस चीज का अचार डालना है उसका ताज़ा और उत्तम क्वालिटी का होना बेहद जरुरी है।
- आम या निम्बू को साफ़ पाणी से धोकर साफ़ कपडे से पोंछ ले। इसमें जरा भी नमी नहीं होनी चाहिए वर्ना अचार खराब हो जायेगा।
- अचार बनाने के लिए पहले से सारी सामग्री एकत्र करके रखिये। नमक और सारे मसाले जितनी मात्रा एक खुली परात में निकाल लीजिये। इससे डालने में वक्त कम लगेगा।
- कोई भी सामग्री अंदाज से ना ले। सही नाप तौल के सामग्री लेने से अचार स्वादिष्ट और सुरक्षित बनता है।
- अचार हमेशा दिन में डालिये। एक बार डालना शुरू किया तो काम पूरा करके ही उठिए। किसी भी हालात में आधा अधूरा अचार डालके किसी और काम में नहीं उलझना चाहिए।
- जिस जार में अचार डालना है उसे पहले ही अच्छे से धोकर व पौंछकर पुरे दिन की धुप दिखा दे। ध्यान रहे उसमे जरा भी नमी ना रहे। अचार हमेशा कांच की बरनी में ही डालना चाहिए। इससे अचार ख़राब होने की सम्भावना कम होती है और अगर अचार ख़राब भी हो रहा हो तो दिखाई पड़ता है।
- जिस जगह अचार डाल रही है उसे साफ़ व सुखी करले। उसके आस पास पानी का बर्तन ना हो।
- बालों को अच्छेसे बांधकर कवर कर ले व स्कार्फ से बाँध ले। ताकि बाल गिरनेका डर ना रहे।
- अगर आपको अचार डालने का ज्ञान न हो तो किसी अनुभवी महिला को अपने साथ रखे।
- अगर आप किसी और की रेसिपी अपनाकर अचार डाल रही हो तो उसे पूरी तरह अपनाये। विधि में बदलाव ना करे। इससे अचार ख़राब हो सकता है।
- अचार भरने से पहले अगर बरनी की तली में थोडा नमक व हींग बुरक देने से अचार ख़राब होने की आशंका काफी कम हो जाती है।
- अचार सुरक्षित रखने का सर्वाधिक उपयुक्त तरीका है की अचार रखने से पूर्व बरनी को हींग का धुँआ दे। हींग को थोड़ी रुई में लपेटकर उसको जलाकर उसके ऊपर बरनी उलटी रख दी जाती है जिससे हींग का धुँआ बरनी के हर कोने में पहुँच जाता है।
- बरनी में तेल इतना रहना चाहिए की अचार उसमे पूरी तरह से डूबा रहे। अचार की सतह से 1 इंच ऊपर तक तेल रहने से अचार सुरक्षित रहता है।
- अचार में नमक तथा मुरब्बे में शक्कर की मात्रा कम होने पर अचार ख़राब हो जाता है अतः नमक तथा शक्कर की सही मात्रा सुनिश्चित कर ले।
- कभी भी गिला अथवा सिला चम्मच अचार निकालने के लिए उपयोग में ना ले।
- जहाँ तक सम्भव हो रात में अचार बरनी में से निकालने से बचिए अन्यथा मच्छर अथवा कीटक उसमे गिर सकते है।
- रोजमर्रा के उपयोग के लिए अचार हमेशा छोटी शीशी में निकालकर रखे। जिससे बरनी बार बार खोलनी ना पड़े। बाहर की नम हवा लगनेसे अचार ख़राब हो सकता है।
- छोटी शीशी में निकाला हुआ अचार अगर बच जाए तो उसे किसी भी कीमत में बरनी में वापस डालने की भूल ना करे।
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